मुंबई : अभी तक आपने इंसानों के मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए ही लोगों को दौड़-भाग करते देखा होगा, लेकिन अब गायों के मृत्यु प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए भी गंभीर होना होगा। प्रमाण पत्र मिलने के बाद ही उन्हें दफनाया जा सकेगा। दरअसल, मुंबई में मरने वाली गायों को शहर से बाहर दफनाने के लिए ले जाया जाता है, इस दौरान उन्हें लेकर जाने वाले लोगों को रास्ते में कई बार गोतस्कर समझकर परेशान किया जाता है।
इससे बचने के लिए शव को ले जाने वालों को एक प्रमाण पत्र दिया जा रहा है, जो साबित करता है कि गाय की मौत के बाद उसका पोस्टमॉर्टम किया गया है और उसे दफनाने के लिए ले जाया जा रहा है। पशु चिकित्सालय से मिली जानकारी के अनुसार, हफ्ते में 2-3 ऐसे प्रमाण पत्र जारी किए जाते हैं।
मुंबई के ही एक वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया कि कुछ महीनों से गाय पर गरमाई राजनीति के कारण मृत गायों को ले जाने वालों को मुश्किलें हो रही थीं। गाय ले जाने वालों का कहना था कि रास्ते में उन्हें न केवल रोका जाता है, बल्कि काफी पूछताछ भी की जाती है। ऐसे में उन्हें एक विशेष तरह का प्रमाण पत्र दिया जाता है, जिसमें यह लिखा होता है ‘गाय की स्वभाविक मृत्यु के बाद इसे दफनाने ले लिए ले जाया जा रहा है।’
सामान्यत: गायों के पोस्टमॉर्टम के लिए उनके शरीर को फाड़ा जाता है, इसलिए कई बार लोगों को तस्करी का कन्फ्यूजन होता है और गायों को दफनाने के लिए ले जा रहे लोगों की गाड़ी रोक दी जाती है।